बहादुरपुर, बनकटी तथा हर्रैया के प्रभारी चिकित्साधिकारियो को प्रतिकूल प्रविष्टिदेने के लिए सीएमओ को निर्देश

स्ती 05 दिसंबर 19,ई0ते संवादाता -कार्यों में रुचि न लेने तथा लक्ष्य के अनुरूप प्रगति न लाने पर जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने बहादुरपुर, बनकटी तथा हर्रैया के प्रभारी चिकित्साधिकारियो को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के लिए सीएमओ को निर्देश दिया है। साथ ही, काम छोड़ने वाली 61 आशाओं की सेवा समाप्ति का आदेश करने का भी निर्देश दिया है। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में उन्होंने कहा कि मानक के अनुरूप कार्य न करने वाली 18 आशाओं को सुधार के लिए दिसंबर माह का समय दिया जाता है।
        समीक्षा में जिलाधिकारी ने पाया कि बहादुरपुर तथा बनकटी में वर्ष 18-19 की तुलना में झ्स वर्ष कम प्रसव हुए हैं। हर्रैया सीएचसी से एक भी अतिकुपोषित बच्चा पोषण पुनर्वास केंद्र के लिए संदर्भित नहीं हुआ। इसी प्रकार ओडवारा में संविदा की एएनएम मंजू देवी द्वारा भी कोई प्रसव न कराए जाने पर उनकी सेवा समाप्ति का निर्णय लिया गया है। दूसरी ओर कैंसर से पीड़ित एएनएम चंद्रावती द्वारा बेहतर कार्य करने के लिए समिति द्वारा प्रशंसा की गई।
         जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि जाड़े को देखते हुए प्रत्येक सीएचसी/पीएचसी के लेबर रूम तथा वार्ड के लिए दो ब्लोवर खरीदा जाएगा। इसी प्रकार ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति के लिए किट आगामी 15 दिनों में खरीदा जाएगा।
          उन्होंने कहा कि जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना उनकी प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर है। अगर व्यक्ति स्वस्थ रहेगा तो बेहतर सेवा दे सकेगा। इसके लिए उन्होंने स्टाफ की तैनाती, मशीनों एवं दवाओं की उपलब्धता पर विशेष बल दिया है। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिया है कि बिना उनकी अनुमति के किसी प्रभारी चिकित्साधिकारी की ट्रांसफर-पोस्टिंग ना करें। इसी प्रकार पोस्टिंग एवं तैनाती के लिए प्रस्ताव दोनों अपर सीएमओ के माध्यम से भिजवाने का निर्देश दिया है। उन्होंने ब्लॉक एकाउन्ट मैनेजर की तैनाती एवं संबद्धता के बारे में भी आवश्यक दिशा निर्देश दिया है।
         समीक्षा में उन्होंने पाया कि स्वास्थ्य सेवाओं में निरंतर गिरावट आ रही है। उन्होंने सभी चिकित्साधिकारियो को चेतावनी दिया है कि वे अपने तैनाती स्थल पर रहे, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाएं , जो कर्मचारी सहयोग नहीं करता है, नियमित रूप से अनुपस्थित रहता है उसके सम्बन्ध में रिपोर्ट भेजें। कार्यवाही की जाएगी।
          समीक्षा में उन्होंने पाया कि आरसीएच पोर्टल पर मात्र 36 प्रातिशत गर्भवती महिलाओं का विवरण दर्ज हो पाया है। पोर्टल पर 82036 के सापेक्ष 29485 गर्भवती महिलाओं का विवरण दर्ज हो पाया है। जबकि इस अवधि में इसे 64 प्रतिशत होना चाहिए। जिलाधिकारी ने सीएमओ को इसे स्वयं देखने का निर्देश दिया है। जननी सुरक्षा योजना में 47091 के सापेक्ष मात्र 18934 प्रसव हुए हैं, जो 40 प्रतिशत है । उन्होंने निर्देश दिया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में शतप्रतिशत महिलाओं की सभी जांचे पूरी की जाए। प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दन योजना में 12 दिसंबर तक संचालित अभियान में 5000 महिलाओं को लाभान्वित करने का उन्होंने निर्देश दिया है।
         परिवार नियोजन की समीक्षा में उन्होंने पाया कि 2332 के लक्ष्य के सापेक्ष 282 नसबंदी हुई है। आशाओं को पेमेंट 4000 रुपए प्रतिमाह का मानक केवल रुधौली एवं दुबौलिया द्वारा ही पूरा किया गया है। पोषण पुनर्वास केंद्र में केवल 113 बच्चे भर्ती किए गए हैं जिसमें से 87 ठीक हो गए हैं। जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत कार्य कर रही टीम से लक्ष्य से कम उपलब्धि प्राप्त करने पर स्पष्टीकरण तलब किया है।
    एक माह में पूरा करें आरोग्य केंद्र-
          जिलाधिकारी ने सभी 30 आरोग्य केंद्र एक माह में पूरा कर स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर करने का निर्देश दिया है। इसका थर्ड पार्टी सत्यापन भी कराया जाएगा। वर्ष 19-20 में 78 नए आरोग्य केंद्र बनेंगे। 15 पीएचसी पर आरोग्य केंद्र, 13 बायोमेडिकल वेस्ट शेड तथा 5 सीएचसी पर प्रसव कक्ष का निर्माण होगा।
          बैठक में सीडीओ अरविंद पांडे ,सीएमओ डॉक्टर एके गुप्ता, डॉक्टर सीके वर्मा, डॉ सीएल कनौजिया, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीना, बृजभूषण मौर्या ,राकेश कुमार सहित प्रभारी      चिकित्साधिकारीगण  उपस्थित रहे