कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए मॉस्क का इस्तेमाल व हैंडवाश बेहद जरूरी

बस्तीः कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए मॉस्क का इस्तेमाल व हैंडवाश बेहद जरूरी है। प्रवासी कामगारों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अब यह संक्रमण उनके हाईरिस्क कांटैक्ट वाले लोगों में तेजी से फैल रहा है। यही स्थिति बनी रही तो यह कम्युनिटी ट्रांसमिशन तक भी पहुंच सकता है। अगर लोगों ने एहतियात बरतना शुरू किया तो इसके फैलाव को आसानी से रोका जा सकता है।


   


मेडिकल ऑफिसर व कोरोना प्रशिक्षक डॉ. ऑफताब रजा का कहना है कि जिस तेजी से संक्रमण फैल रहा है, उसे देखते हुए कम्युनिटी में इसके फैलाव को रोकना एक बड़ी चुनौती होगी। अभी तक प्रवासी कामगारों के अलावा वही लोग पॉजिटिव निकल रहे हैं जो प्रवासियों के नजदीकी हैं। इसमें यह भी देखा जा रहा है कि प्रवासियों के क्वारंटीन रहने के दौरान लापरवाही हो जा रही है, जो घर वालों के संक्रमित होने का मुख्य कारण बन रही है। अगर क्वारंटीन लोगों के संपर्क में आने के दौरान मॉस्क का प्रयोग किया जाए तथा उसके बाद हैंडवाश अनिवार्य रूप से किया जाए तो संक्रमित होने की संभावना काफी कम हो जाती है।  


 


कपड़े और बर्तन भी बन सकते हैं संक्रमण के वाहक


डॉ. ऑफताब रजा का कहना है कि संक्रमित मरीज के कपड़े व बर्तन संक्रमण के वाहक बन सकते हैं। लोगों को चाहिए कि वह वे क्वारंटीन लोगों के कपड़े व बर्तन को अलग से एहतियात के साथ धुले। उन्होंने बताया कि संक्रमण या तो सीधे छींकने व खासने के कारण हो रहा है, या संक्रमित के छींकने व खासने से निकले फ्लूड के संपर्क में आने के कारण होता है। हो सके तो क्वारंटीन व्यक्ति खुद ही अपने बर्तन व कपड़े धो लिया करे। उचित दूरी बनाकर ही खाना-पानी दें तथा जिस कमरे में वह रहा है, वहां ज्यादा देर न रूके।


 


इसलिये आवश्यक है मॉस्क


एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से आसानी से फैलता है । फेस कवर (मॉस्क) पहनने से किसी संक्रमित व्यक्ति से हवा में मौजूद थूक की बूंदों के माध्यम से कोरोना वायरस के स्वसन तंत्र में प्रवेश करने की सम्भावना कम रहती है । इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा घर से बाहर निकलने पर हर किसी को मॉस्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है । इसका उल्लंघन करने पर जुर्माने का भी प्रावधान है।


 


घर पर बनाएं कपड़े का मॉस्क


कपड़े का मॉस्क आसानी से घर पर भी बनाया जा सकता है । इसके लिए मोटे फैब्रिक, काटन टी शर्ट या बनियान को परतों में काटकर मॉस्क बना सकते हैं । मोटा फैब्रिक होने से वह सुरक्षित रहेगा और उसे धोने में भी आसानी होगी । स्कार्फ या रुमाल को अगर मास्क की जगह इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसके भी भी दो-तीन फोल्ड कर लें ताकि कपड़े की परतें बनी रहें ।


 


घरेलू मॉस्क को करें विसंक्रमित


मास्क को साबुन और गरम पानी में अच्छे से धोएं और इसे धूप में कम से कम पांच घंटे तक सूखने दें । यदि धूप उपलब्ध नहीं है तो मास्क को प्रेशर कुकर में पानी डालें और इसे कम से कम 10 मिनट तक उबालें और सूखने दें । पानी में नमक डालना बेहतर रहेगा । प्रेशर कुकर न होने पर कपड़े के मास्क को 15 मिनट तक गर्म पानी में उबाल सकते हैं । परिवार के हर सदस्य के पास कम से कम दो मास्क होने चाहिए ताकि एक को पहन सकें और दूसरे को धोकर सुखा सकें । ध्यान रहे अपने मास्क को किसी से भी शेयर न करें । जिस प्लास्टिक बैग में मास्क रखें उसे भी साबुन-पानी से ठीक से धोकर सुखा लें उसके बाद मास्क रखकर सील कर दें ।


 


इन बातों का रखें ख्याल :


ऽ मॉस्क को पहनने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धोएं


ऽ सुनिश्चित करें कि मॉस्क चेहरे पर अच्छी तरह से फिट हो तथा किनारों से कोई गैप न हो  


ऽ मॉस्क के सामने की सतह को न छुएँ, उतारते समय इसे पट्टी की तरफ से पीछे से निकालें


ऽ हमेशा पट्टी को नीचे और उसके बाद ऊपर की तरफ से खोलें


ऽ उतारने के बाद मॉस्क को तुरंत साबुन के घोल या उबलते पानी में डालें


ऽ मॉस्क को हटाने के बाद हाथों को 40 सेकण्ड तक साबुन व पानी से धोएं या तो अल्कोहल वाले सेनेटाइजर का इस्तेमाल करें