मनिहार समाज की तरक्की के लिए हर संभव कोशिश- मो. शकील मनिहार*--

  सिद्धार्थनगर, बांसी तहसील अन्तर्गत स्थित शमीम रजा मनिहार के आवास पर शुक्रवार को मनिहार वेलफेयर ट्रस्ट के तत्वधान में सायं चार बजे से देर शाम तक बैठक की गई।


इस बैठक में मनिहार बिरादरी के उत्थान व तरक्की जैसी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।


बैठक में संगठन विस्तार एवं गठन- तहसील स्तर के पदाधिकारियों का चयन किया गया।इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि -जनाब मोहम्मद शकील अहमद मनिहार (राष्ट्रीय सलाहकार) विशिष्ट -अतिथि जनाब मौलाना मुजीबुर्रहमान मनिहार कार्यक्रम की अध्यक्षता- परवेज़ अहमद (जिला अध्यक्ष) ने किया।*मुख्य अतिथि -शकील अहमद ने कहा कि मनिहार वेलफेयर ट्रस्ट का उद्देश्य है कि बिरादरी को संगठित कर उनकी सामाजिक, आर्थिक,राजनीतिक व शैक्षिक स्तर को मजबूत बनाना। तंजीम की टीम युद्ध स्तर पर लगकर गांव, शहर, जिला , देश व प्रदेश में मनिहार समाज के लोगों को इस तंजीम के माध्यम से सभी को संगठित कर जागरूक करने का काम तेज़ी से हो रहा है। ट्रस्ट के जिम्मेदार मनिहार वेलफेयर ट्रस्ट बिरादरी के उत्थान के लिए लगातार लोगों से संपर्क कर एक दूसरे को जोड़ने का कार्य कर रहे हैं। उम्मीद है जनपद सिद्धार्थ नगर की कमेटी एक अच्छी टीम उभर कर समाज के अंतिम व्यक्ति को तंजीम के मुहिम में शामिल कर लोगों को जागरूक कर उनकी सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षिक स्तर को मजबूत बनाने की हर संभव प्रयास करेगी।इसी कड़ी में विशिष्ट अतिथि- मौलाना मुजीबुर्रहमान मनिहार ने कहा कि समाज के उत्थान में शिक्षा का महत्व उतना है जितना कि शरीर में आंखों का होता है।किसी भी समाज, समुदाय व देश की तरक्की तभी संभव है, जहां की आबादी शिक्षित होगी।आज मनिहार समाज में अधिकांश ग्रामीण इलाके में रहने वाले बिरादरी उच्च शिक्षा से कोसों दूर हैं, जिनको शिक्षा के मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है।लगातार संगठन अपनी टीम के साथ जगह -जगह बैठक कर बिरादरी के अभिभावकों से संपर्क कर उनके बच्चों और बच्चियों के स्वास्थ्य,शिक्षा, सुरक्षा, आर्थिक एवं सामाजिक स्तर सहित चौमुखी विकास का टिप्स संगठन के द्वारा दिया जा रहा है। मेरा तो बस यही है कहना कि- दो रोटी कम खाओ लेकिन अपने बच्चों को जरूर पढ़ाओ।इसी सी सी कड़ी में जिला अध्यक्ष- परवेज़ अहमद ने अपने संबोधन में कहा कि इस सच्चाई को नकारा नहीं जा सकता है कि युवा पीढ़ी है जो देश प्रदेश व समाज के भविष्य को आकार देता है, जिस समाज के बच्चे-बच्चियां, युवा पीढ़ी शिक्षित, मेहनती होंगे उस गांव समाज, व राष्ट्र की उन्नति कभी रुक नहीं सकता है, लेकिन जिस घर परिवार, समाज व राष्ट्र के बच्चे, बच्चियां, युवा पीढ़ी अशिक्षित, आलसी और सुस्त होगी, तो कोई भी गांव समाज व देश को पतन होने से कोई नहीं बचा सकता है। इस अवसर पर शहज़ाद अहमद मनिहार, हाजी अताउर्रहमान, मो. इद्रीश मनिहार, मो. हबीब मनिहार, सलमान, कुतबुद्दीन, सदरे आलम, रोशन मनिहार, असलम, मुबारक, शकील, शबीब, कदरे आलम, मंजूर मनिहार आदि लगभग तीन दर्जन से अधिक संख्या में मनिहार बिरादरी के लोग मौजूद रहे।