शारजाह में 5 महीने फंसे शाबान नूरी सुरक्षित लौटे भारत

 प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश),रोज़ी-रोटी की तलाश में प्रतापगढ़ के शाबान नूरी शारजाह काम की उम्मीद लेकर गए थे, लेकिन धोखे से टूरिस्ट वीज़ा पर भेजे जाने के कारण वे वहां पांच महीने तक मुश्किल हालात में फंसे रहे। काम बंद होने और कोई सहारा न मिलने से स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती चली गई।


इस बीच, अबू धाबी की ADNOC रिफ़ाइनरी में सरकारी पद पर कार्यरत मनिहार वेलफेयर ट्रस्ट के राष्ट्रीय महासचिव इंजीनियर रियाज़ुद्दीन मनियार ने मानवीय पहल करते हुए नूरी साहब की मदद की। उन्होंने नूरी के स्पॉन्सर से सीधा संपर्क कर सख़्त लहजे में चेतावनी दी कि यदि नूरी को तत्काल भारत वापस नहीं भेजा गया तो उसका लाइसेंस रद्द करवाया जाएगा। इस दबाव के बाद स्पॉन्सर ने नूरी को सुरक्षित भारत भेजने की व्यवस्था की।शाबान नूरी अपने वतन लौटने के बाद बेहद भावुक हो गए। उन्होंने ‘इंकलाबी तेवर’ टीम से बातचीत में कहा:

हम शुक्रगुज़ार हैं इंजीनियर रियाज़ुद्दीन साहब के, जिन्होंने विदेश की धरती पर भाईचारे और इंसानियत की मिसाल पेश की। उनकी मदद के बिना हमारा वापस आना संभव नहीं था।

यह घटना प्रवासी मज़दूरों की परेशानियों और शोषण की हक़ीक़त को उजागर करती है, साथ ही यह भी दिखाती है कि इंसानियत और भाईचारे की भावना से की गई मदद किसी की ज़िंदगी बचा सकती है।